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रीढ़ की हड्डी टूटने के बाद भी दूल्हे ने अपनाकर पेश की सच्चे प्यार की मिसाल, विवाह फिल्म की तरह बनी पूरी कहानी, सोशल मीडिया पर हो रही खूब तारीफ

इसमें कोई शक नहीं कि इंसान की असल जिंदगी पर फिल्मों का काफी प्रभाव पड़ता है और आज जिस प्रेम कहानी के बारे में हम आपको बताने जा रहे है, वो सूरज बड़जात्या की फिल्म विवाह से प्रेरित है। जी हां आप सब को सूरज बड़जात्या की फिल्म विवाह तो याद ही होगी, जो साल 2006 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म के अंत में लीड एक्ट्रेस बुरी तरह से आग में झुलस जाती है, लेकिन इसके बावजूद भी फिल्म का लीड एक्टर उनसे शादी करने के लिए तैयार होता है। बता दे कि विवाह फिल्म की तरह अनोखी शादी असल जिंदगी में भी देखने को मिली है, जिसमें दुल्हन की रीढ़ की हड्डी टूट चुकी है, लेकिन फिर भी दूल्हा अपनी दुल्हन से शादी करने से पीछे नहीं हटता।

विवाह फिल्म की तरह अनोखी शादी

विवाह फिल्म की तरह अनोखी शादी असल जिंदगी में भी हुई :

गौरतलब है कि यह शानदार नजारा संगम नगरी प्रयागराज में देखने को मिला, जहाँ दुल्हन के हाथों में मेहँदी लगी है और वह बेड पर लेटी हुई है। जी हां दुल्हन के हाथों में मेहँदी लग चुकी है और उसके पास बैठा दुल्हन अपनी पत्नी की देखभाल में लगा हुआ है। बहरहाल यहाँ दुल्हन का नाम आरती है और दूल्हे का नाम अवधेश है। यहाँ गौर करने वाली बात ये है कि प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके में रहने वाली आरती की शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थी और आठ दिसंबर की शाम को बारात भी आने वाली थी। मगर अफ़सोस कि उसी दिन छत पर खेल रहे अपने तीन साल के भतीजे को बचाने के चक्कर में वह खुद छत से नीचे गिर गई और उसके बाद आरती की रीढ़ की हड्डी टूट गई। केवल इतना ही नहीं इसके इलावा दोनों पैरों की ताकत भी चली गई।

हादसा होने के बाद भी दूल्हे ने नहीं छोड़ा दुल्हन का साथ :

बता दे कि घरवालों ने आरती को प्रयागराज के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था। जब दूल्हे के घरवालों को इस घटना की सूचना दी गई, तब दो लोग दुल्हन का पता लेने के लिए गए। इसके बाद पूरी घटना की जानकारी दूल्हे को भी दी गई और फिर आरती के घरवालों ने दूल्हे को दुल्हन की छोटी बहन से शादी करने की बात कही। हालांकि अधिवेश ने ठान लिया था कि केवल आरती ही उसकी दुल्हन बनेंगी, कोई और नहीं। बता दे कि अपनी होने वाली दुल्हन का अवधेश काफी ध्यान रखते है और ऐसे में उनके रिश्तेदार तथा घरवाले भी उनकी हिम्मत और हौंसले की काफी तारीफ करते है।

बेड पर लेटे लेटे दुल्हन ने लिए सात फेरे :

वही दूसरी तरफ आरती के घरवाले भी डॉक्टर की इजाजत लेने के बाद उसे दोबारा एम्बुलेंस में एक दिन के लिए वापिस कुंडा ले गए और वहां बेड पर लेटे लेटे ही आरती और अवधेश के सात फेरे करवाए गए। इसके बाद आरती को दोबारा प्रयागराज के एक अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। फ़िलहाल ये जो विवाह फिल्म की तरह अनोखी शादी असल जिंदगी में हुई है, वो प्यार करने वालों के लिए सच में एक मिसाल है, क्यूकि जिस मुश्किल के समय में अपने भी साथ छोड़ देते है, ऐसी मुश्किल घड़ी में अवधेश अपनी पत्नी आरती से शादी करने से पीछे नहीं हटा। तभी तो इन दोनों के फैसले की हर जगह काफी तारीफ हो रही है।

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