मेरी कहानी

मेरी कहानी : मैं गंभीर बीमारी से पीड़ित हूं और मेरे ससुराल वाले नहीं जानते ये बात, क्या मुझे बताना चाहिए, जानिए आखिर क्या है आशा की कहानी

आज हम आपको आशा की कहानी से रूबरू करवाना चाहते है, जो एक गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उसके पति तथा ससुराल वाले ये बात नहीं जानते। ऐसे में सलाहकार ने आशा को क्या सलाह दी और क्या आशा अपने ससुराल वालों को ये बात बता पाएगी, ये सब जानने के लिए पूरी कहानी विस्तार से जरूर पढ़िए। बहरहाल इस कहानी में आशा खुद के बारे में बताते हुए कहती है कि मैं गंभीर बीमारी से पीड़ित हूं, पर ये बात मैंने अपने पति और उनके घर वालों को नहीं बताई। जी हां आशा ने बताया कि उनका रिश्ता उनके माता पिता ने पक्का किया था और फिलहाल मेरी शादीशुदा जिंदगी में कोई परेशानी नहीं है। मगर मैं ये बात छिपाना नहीं चाहती कि मैं चिकित्सकीय रूप से बीमार हूं और मुझे डिप्रेशन की शिकायत है।

मैं गंभीर बीमारी से पीड़ित हूं, पर मेरे ससुराल वाले नहीं जानते ये बात, आशा ने बताई अपनी कहानी :

इस बारे में बात करते हुए आशा ने बताया कि शादी से पहले मेरी स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि मुझे दवाइयों का सहारा लेना पड़ा था और मैं अब भी दवाई पर हूं। हालांकि इस बारे में मैंने अपने पति और ससुराल वालों को इसलिए नहीं बताया, क्योंकि मैं नहीं चाहती कि वह ये समझे कि मैं पागल हूं। इसके इलावा एक वजह ये भी है कि मेरे परिवार की सोच काफी अलग है और वह सार्वजनिक रूप से मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों का मजाक उड़ाते है। यही वजह है कि मैं चाहते हुए भी उन्हें कुछ बताने से डरती हूं कि कही सब कुछ जानने के बाद वह मुझे छोड़ ना दे। ऐसे में मुझे समझ नहीं आ रहा कि मुझे क्या करना चाहिए।

इस बारे में गेटवे ऑफ हीलिंग की संस्थापक और निदेशक डॉ चांदनी सलाह देते हुए कहती है कि  मैं समझ सकती हूं कि आप काफी परेशान होंगी, क्योंकि आप हर रोज ऐसी स्थिति का सामना कर रही है जो आपके हालातों को पहले से भी ज्यादा खराब कर सकती है। जी हां आप इस बात को लेकर डर रही है कि अगर आपके पति और ससुराल कालों को इस बारे में पता चल गया तो वे आपके साथ क्या करेंगे। हालांकि आपको ये नहीं भूलना चाहिए कि आपने खुद इस स्थिति को नहीं चुना है, क्योंकि यह एक चिकित्सक स्थिति है, जो किसी के साथ भी हो सकती है।

डॉ चांदनी ने आशा को दी ये सलाह :

ऐसे में चांदनी जी कहती है कि मैं आपसे सिर्फ इतना ही कहना चाहती हूं कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए मदद मांगने में कोई शर्म नहीं करनी चाहिए और हो सकता है कि अगर आप अपने पति को इस बारे में बताएं तो वह आपका सही इलाज करवाने के लिए तैयार हो जाएं। फिर भी अगर वह ऐसा नहीं करते तो आपको खुद उनसे बात करनी चाहिए। इस दौरान आपको उन्हें यह समझाना चाहिए कि आखिर नैदानिक अवसाद क्या है और यह आपको दैनिक आधार पर कितना तथा कैसे प्रभावित कर सकता है।

हालांकि अगर इन सब के बाद भी आपके पति आपकी स्थिति को नहीं समझते तो आपको इससे बाहर निकलने के लिए पेशेवर मदद लेनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि आगे चल कर चीजें और भी ज्यादा खराब हो सकती है और ऐसी स्थिति में आपका अपने पति के साथ ईमानदार रहना काफी जरूरी है। इसके इलावा आपने बताया कि आपका परिवार सार्वजनिक रूप से मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों का मजाक उड़ाता है तो ऐसे में मैं आपको बता दूं कि इसमें कुछ भी नया है, क्योंकि आज भी बहुत से लोगों को डिप्रेशन एक ढोंग ही लगता है। जी हां उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपको कितना दर्द हो रहा है।

क्या आपके सामने भी कभी आई है ऐसी स्थिति :

यही वजह है कि मैं आपको अपने पति को सब कुछ बताने की बात कह रही हूं, ताकि उन्हें ये पता चल सके तो उनके द्वारा कहे गए शब्दों और कामों का आप पर क्या प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में ये भी हो सकता है कि सब कुछ जानने के बाद आपके पति आपके प्रति सहानुभूति दिखाएं और फिर वह आपको खुश रखने की पूरी कोशिश करे। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने पति को अपनी स्थिति के बारे में बता दे और अपनी स्थिति को अच्छे से हैंडल करने की कोशिश करे। दोस्तों अगर आप भी अपनी कहानी हमारे साथ शेयर करना चाहते है, तो जरूर कीजिएगा और इस कहानी के बारे में आपकी क्या राय है, इसका जवाब हमें जरूर दीजियेगा।

दोस्तों आज के लिए बस इतना ही, मिलते है जल्दी ही एक नई कहानी के साथ तब तक के लिए आप सभी को नमस्कार। हम आपके लिए लगातार ऐसी ही दिलचस्प कहानी लेकर आते रहेंगे, लगातार ऐसी ही कहानी पढ़ने के लिए आप हमारे Indian News Room App को डाउनलोड कर लें। अगर आपको ये कहानी और इसमें निहित राय पसंद आयी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना बिलकुल मत भूलना।

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