घरेलू-नुस्खे

जलने पर तुरंत राहत पाने के लिए अपनाएं ये आसान घरेलू उपाय, मिनटों में मिलेगी जलन से राहत

हमारी आम जिंदगी में कई बार ऐसा होता है कि कुछ हादसों में शरीर पर कट लगने के कारण या खून निकलने के कारण त्वचा जल जाती है। ऐसे में अगर आप इन घरेलू उपायों का इस्तेमाल करेंगे तो जलने से राहत पा सकते है। जी हां जलने से राहत पाने के लिए इन घरेलू उपायों को आजमाएं और खुद को सुरक्षित रखे। हालांकि जलन किसी भी वजह से हो सकती है, इसलिए आज हम आपको इसके बारे में सब कुछ विस्तार से बताएंगे।

जलने से राहत पाने के घरेलू उपाय :

बता दे कि जलन के प्रकार को तीन भागों में बांटा जा सकता है और ये इस बात पर निर्भर करता है कि जलने का घाव कितना गंभीर है।

कितनी प्रकार की होती है जलन :

फर्स्ट डिग्री बर्न : फर्स्ट डिग्री बर्न में त्वचा की बाहरी परत ही जलती है और इससे त्वचा लाल हो जाती है। इसके इलावा सूजन के साथ दर्द भी होता है।

सेकंड डिग्री बर्न : वही सेकंड डिग्री बर्न में त्वचा की बाहरी और ठीक उसके नीचे की परत जलती है तथा त्वचा भी लाल हो जाती है। इसके साथ ही फफोले पड़ जाते है और सूजन के साथ दर्द भी होता है।

थर्ड डिग्री बर्न : बता दे कि थर्ड डिग्री बर्न में त्वचा अंदरूनी परत तक जल जाती है और इससे फफोले भी पड़ जाते है। जिसके कारण त्वचा सफेद तथा काली हो जाती है और त्वचा सुन्न भी पड़ सकती है। ऐसे में शायद आपको दर्द का एहसास न हो, इसलिए इस दौरान अपना खास ध्यान जरूर रखे।

माइनर बर्न : गौरतलब है कि माइनर बर्न में ये देखा जाता है कि त्वचा का कितना भाग जला है। इसमें शरीर के किसी भी भाग पर करीब दो तीन इंच से कम सेकंड डिग्री का बर्न हो सकता है।

मेजर बर्न : वही मेजर बर्न में शरीर के किसी भी भाग पर करीब दो से तीन इंच से ज्यादा सेकंड डिग्री का बर्न हो सकता है। अब हम आपको जलन से राहत पाने के घरेलू उपायों के बारे में बताना चाहते है।

जलन से राहत पाने के घरेलू उपाय है ये :

लैवेंडर ऑयल :

बता दे कि इस ऑयल की दो से तीन बूंदे रूई की मदद से जले हुए क्षेत्र पर लगाएं। हालांकि अगर राहत न मिले तो दिन में दो से तीन बार इसे लगाएं। बहरहाल इस ऑयल में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है, जो सूजन को कम करने में मदद करते है और घाव भरने में सहायता करते है।

ट्री ट्री ऑयल :

बता दे कि इस ऑयल की दो से तीन बूंदे रुई की मदद से जले हुए भाग पर लगाएं और आराम न मिलने कर इसे भी दो से तीन बार लगाएं। जी हां इस ऑयल में एंटीसेप्टिक गुण होते है जो घाव को जल्दी भरने में मदद करते है। यह सूजन को काफी हद तक कम कर सकता है।

यूकेलिप्टस ऑयल :

इस ऑयल की दो से तीन बूंदे रुई की मदद से जले हुए भाग पर लगाएं और पूरी तरह आराम पाने के लिए दिन में दो से तीन बार लगाएं। बहरहाल इसमें भी एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते है और साथ ही एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते है, जो जले हुए घाव को कीटाणुओं से बचा कर घाव को जल्दी भरने में मदद करते है।

नारियल का तेल :

बता दे कि एक से दो चम्मच वर्जिन नारियल का तेल लेकर उसे अपनी अंगुलियों की मदद से जली हुई त्वचा पर लगाएं और तेल को घाव में अवशोषित होने दे। इस प्रक्रिया को करीब दो से तीन बार करे, क्योंकि नारियल का तेल एक बेहतरीन हीलिंग एजेंट के रूप में काम करता है तथा घाव को संक्रमण से बचा कर उसे जल्दी भरने में मदद करता है। बहरहाल इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण पाएं जाते है, जो घाव को जल्दी भरने में मदद कर सकते है।

विटामिन ई ऑयल :

बता दे कि जले हुए स्थान पर विटामिन ई तेल का प्रयोग जरूर करे और इसका इस्तेमाल हर रोज किया जा सकता है। जी हां एक रिसर्च के अनुसार विटामिन ई तेल में वुंड हीलिंग और एंटी ऑक्सीडेंट प्रभाव पाएं जाते है। जो घाव को तेजी से भरने में मदद करते है।

एलोवेरा :

बता दे कि एक बड़ा चम्मच एलोवेरा जेल लेकर उसे अच्छी तरह से जले हुए भाग पर लगाएं और इस प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएं। जी हां इसमें मौजूद एंटी सेप्टिक गुण घाव को ठीक करने में मदद कर सकते है और आप इसे सीधे तौर पर भी जले हुए भाग पर लगा सकते है।

शहद :

बता दे कि दो छोटे चम्मच ऑर्गेनिक शहद लीजिए और शहद को जली हुई त्वचा पर लगाएं। इस उपाय को दिन में करीब दो से तीन बार करे, क्योंकि त्वचा का जलना एक तरह की  ऑक्सीडेटिव इंजरी होती है और वहां फ्री रेडिकल्स का प्रभाव बढ़ जाता है। जो घाव के दाग का कारण बन सकता है। ऐसे में इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते है और जली हुई त्वचा पर शहद के उपयोग से दर्द तथा जलन से आराम मिलता है और यह घाव को जल्दी भरने में मदद करता है।

टूथपेस्ट :

गौरतलब है कि टूथपेस्ट का एक छोटा सा चम्मच ले और उसे जली हुई त्वचा पर लगाएं। जी हां इस उपाय को भी दिन में कम से कम दो से तीन बार करे, क्योंकि एक रिसर्च के अनुसार जलने से राहत पाने के लिए टूथपेस्ट बेहतरीन विकल्प है और यह प्रारंभिक चोट को बढ़ाने की संभावना को काफी हद तक कम करने में मददगार साबित होता है।

टी बैग :

बता दे कि दो से तीन टी बैग ले और फिर इन्हें ठंडा करके जले हुए स्थान पर लगाएं। जी हां चाय बनाने के बाद टी बैग न फेंके और इन्हें ही ठंडा करके इस्तेमाल करे। आप चाहे तो एक सफेद बैंडेज की मदद से टी बैग को जली हुई त्वचा पर बांध भी सकते है, लेकिन ध्यान रखे कि ज्यादा टाइट न बांधे। दरअसल चाय में टैनिन एसिड नाम का एक तत्त्व पाया जाता है, जो जलने पर घरेलू उपाय की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। जी हां यह न केवल घाव को जल्दी भरने में मदद करता है, बल्कि घाव का निशान पड़ने से भी रोकता है। जी हां यह दर्द को कम करके हमें संक्रमण से भी बचाता है।

बेकिंग सोडा :

बता दे कि एक बेकिंग सोडा लेकर उसमें दो चम्मच पानी मिला कर उसका पेस्ट बनाएं और इस पेस्ट को जली हुई त्वचा पर लगा दे। इसे भी दिन में कम से कम दो से तीन बार लगाएं। हालांकि एक रिसर्च के अनुसार बेकिंग सोडा का इस्तेमाल गर्दन और ठुड्ढी पर छोटे छोटे जलने के घाव पर किया जाता है। जी हां जलने के प्राथमिक उपचार यानि शुरुआत में इस उपाय को इस्तेमाल करना उपयोगी माना जाता है।

दूध :

गौरतलब है कि एक चौथाई कप ठंडा दूध और एक बड़ा चम्मच शहद तथा एक बड़ा चम्मच एलोवेरा जेल का लीजिए। अब एक ब्लेंडर में पूरी सामग्री को डाल कर अच्छी तरह मिला ले और अच्छी तरह मिलाने के बाद पेस्ट को जले हुए भाग पर लगा दे। इसे करीब पंद्रह मिनट तक रहने दे और फिर धो लीजिए। दरअसल दूध से बनी मलहम कोशिकाओं को बढ़ने और घाव को जल्दी भरने में मदद करती है। इसके साथ ही यह इंफ्लेमेशन को भी कम करता है और जलने के दाग को भी कम कर सकता है। यही वजह है कि इसके गुण जलने के घाव, खास करके सेकंड डिग्री बर्न के घाव को ठीक करने के लिए काफी प्रभावशाली तरीके से काम करते है।

ओटमील :

बता दे कि इसके लिए एक बड़ा चम्मच ओटमील, एक बाउल पानी और रूई लीजिए। इसके बाद एक बाउल पानी में कुछ देर के लिए ओटमील भिगो कर रख दीजिए। फिर पानी को छान कर इसी पानी को रूई की मदद से जले हुए स्थान लगा लीजिए। जी हां जब तक घोल अपने आप रूई से सूख न जाएं, तब तक रूई को घाव पर लगा रहने दीजिए। फिर आखिर में गुनगुने पानी में एंटीसेप्टिक लिक्विड की कुछ बूंदें मिला कर उसकी मदद से घाव से रुई को निकाल दीजिए।

यहां गौर करने वाली बात ये है कि जलने पर आप ओटमील का इस्तेमाल भी कर सकते है क्योंकि ओटमील में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण और एंटीइच गुण होते है, जो घाव की सूजन और खुजली को कम करने में मदद करते है। जी हां जलने के कारण अक्सर त्वचा रूखी पड़ जाती है और इसके लिए ओटमील के गुण फायदेमंद हो सकते है। जो जली हुई त्वचा का रूखापन और खुजली को दूर करके त्वचा को ठीक करने में मदद करते है।

शुद्ध घी :

बता दे कि एक चम्मच शुद्ध घी और एक चम्मच शहद लीजिए तथा एक बाउल में दोनों चीजें डाल कर अच्छी तरह मिला ले। फिर इसे अपनी अंगुली की मदद से जले हुए भाग पर लगा ले और पंद्रह मिनट के बाद धो लीजिए। बहरहाल आप इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार कर सकते है, ताकि आपको पूरी राहत मिल सके। बहरहाल इस उपाय का इस्तेमाल सेकंड डिग्री बर्न के लिए किया जाता है और शहद में जो एंटीबैक्टीरियल गुण होते है, वो घाव पर संक्रमण होने से बचाव करते है और उसे जल्दी भरने में मदद करते है।

बता दे कि शहद के साथ घी का उपयोग करने से उसके फायदे दोगुने हो जाते है। जी हां घी में वूंड हीलिंग गुण होते है, जो घाव को जल्दी ठीक करने में मदद करते है और त्वचा की चमक को भी बढ़ाते है।

ध्यान देने योग्य बातें :

यहां ध्यान देने योग्य बात ये है कि जलने पर घरेलू उपाय करने से पहले जले हुए भाग को करीब बीस मिनट के लिए ठंडे पानी के नीचे रखे और पानी बहुत ज्यादा ठंडा न हो। इसके साथ ही फफोलों पर कभी बर्फ न लगाएं। बहरहाल पानी के नीचे रखने के बाद इसे अच्छी तरह पोंछ लीजिए और एंटीसेप्टिक लिक्विड की मदद से घाव को अच्छी तरह साफ कर ले। इसके इलावा इन उपायों को करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर ले लीजिए।

जलने से ऐसे करे बचाव :

बता दे जलने से बचाव के लिए इन सब बातों का खास ध्यान रखे। जैसे कि अगर घर में बच्चे है तो खाना पकाते समय या किसी भी समय उन्हें गैस के पास न जाने दीजिए। इसके साथ ही गर्म चीजों को बच्चों से दूर रखे।

बता दे कि टेबल क्लॉथ की जगह ऐसे कपड़े का इस्तेमाल करे जो ना फिसले। जी हां किचन स्टोव गार्ड और ओवन गार्ड जरूर लगाएं। गौरतलब है कि गर्म सॉस पैन का हैंडल बच्चों की पहुंच से दूर रखे और खुद भी हमेशा कपड़े की मदद से गर्म बर्तन उठाएं।

बता दे कि खाना सर्व करते समय गर्म बर्तनों को किसी बड़ी प्लेट के ऊपर रख कर लाएं तथा कुकर की सीटी आते समय हमेशा उससे दूर रहे।

वैसे अब तो आप समझ गए होंगे कि एक छोटी सी लापरवाही आपके लिए कितनी खतरनाक साबित हो सकती है, तो आगे से किसी गर्म चीज के आस पास काम करते समय पूरी सावधानी रखे। फिर भी अगर किसी वजह से आप या  आपके करीबी के शरीर का कोई भाग जल जाएं तो ये घरेलू उपचार जरूर करे, ज्यादा गंभीर होने पर डॉक्टर के पास जरूर जाएं। बहरहाल जलने से राहत पाने के लिए ये उपाय काफी मददगार साबित हो सकते है।

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