खेल जगत

ओलंपिक मेडल की कीमत कितनी होती है, जानिए खिलाड़ियों को और क्या क्या मिलता है मेडल के साथ में

बता दे कि टोक्यो में ओलंपिक गेम्स का आयोजन किया गया था, जो 23 जुलाई से लेकर आठ अगस्त 2021 तक था और अब ये कार्यक्रम पूरा हो चुका है। जी हां इस आयोजन में चीन ने करीब 75 पदक जीते है, जिनमें चौंतीस स्वर्ण है, तो वही भारत ने अब तक कुल पांच मेडल अपने नाम किए है और इसी के साथ भारत 65वें स्थान पर पहुंच चुका है। इनमें दो रजत और तीन कांस्य पदक है। मगर क्या आप जानते है कि खिलाड़ियों को मिलने वाले इन ओलंपिक मेडल की कीमत कितनी होती है और मेडल के साथ साथ खिलाड़ियों को और क्या क्या दिया जाता है।

ओलंपिक मेडल की कीमत जान कर रह जाएंगे हैरान :

गौरतलब है कि दुनिया भर के बेहतरीन खिलाड़ी इस आयोजन का हिस्सा बनते है और जीतने की पूरी कोशिश करते है। बहरहाल हर चार साल में होने वाले इन ओलंपिक खेलों के टॉप विजेताओं को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक दिए जाते है। तो चलिए अब आपको इन मेडल्स के बारे में विस्तार से बताते है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि टोक्यो गेम्स के लिए जापानी डिजाइनर जुनीची कावानिश खुद मेडल्स को डिजाइन करते है।

दरअसल ये एक ग्राफिक डिजाइनर है, जिन्होंने ओलंपिक्स के इलावा पारालंपिक्स के पदक भी डिजाइन किए है। जी हां इन मेडल्स में ओलंपिक प्रतीक के साथ साथ जीत की ग्रीक देवी नाइकी को भी चित्रित किया जाता है। वही अगर इस बार के पदकों की बात करे तो इस बार के पदकों को जापान के करीब 6.21 मिलियन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को इकट्ठा करके धातुओं को रिसाइकिल करके बनाया गया है। इसके इलावा ऐसा कहा जाता है कि स्वर्ण, रजत और कांस्य तीनों ही पदक का व्यास करीब 85 मिलीमीटर होता है। जब कि मेडल की मोटाई 7.7 मिलीलीटर से 12.1 मिलीलीटर तक होती है।

गोल्ड मेडल की कीमत होती है महज इतनी :

यहां गौर करने वाली बात ये है कि ओलंपिक खेलों में हर फाइनल मैच में जो विजेता होता है, उसे स्वर्ण पदक से सम्मानित किया जाता है। हालांकि इस पदक में गोल्ड केवल न के बराबर ही होता है और असल बात तो ये है कि गोल्ड मेडल सोना चढ़ाई हुई शुद्ध चांदी से बनाया जाता है। जिसका वजन करीब 556 ग्राम होता है और इसमें गोल्ड सिर्फ छः ग्राम ही होता है। जब कि सिल्वर मेडल का वजन करीब पांच सौ पचास ग्राम होता है और इसमें शुद्ध चांदी मौजूद होती है। वही कांस्य पदक कॉपर और जिंक के मिश्रण से बना होता है, जिसमें 95 प्रतिशत कॉपर और पांच फीसदी जिंक होता है।

बता दे कि अगर इन पदकों को पिघलाया जाएं तो स्वर्ण पदक की कीमत करीब 59,319 रुपए होगी, जब कि रजत और कांस्य मेडल्स की कीमत इससे भी ज्यादा कम होगी। बहरहाल ओलंपिक एसोसिएशन के द्वारा केवल उन्हीं खिलाड़ियों को पदकों से नवाजा जाता है, जो सबसे ज्यादा बेहतरीन होते है। मगर कई देशों में सम्मान के रूप में खिलाड़ियों को कई अलग अलग तरह की चीजें भी पुरस्कार के रूप में दी जाती है। अब तो आपको पता चल गया होगा कि ओलंपिक मेडल की कीमत कितनी होती है, लेकिन फिर भी ये मेडल जीतने का एहसास तो अमूल्य होता है।

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