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इस खूबसूरत महिला IPS के नाम से थर-थर कांपते हैं नक्सली, जानिए आईपीएस अंकिता शर्मा के जीवन से जुडी दिलचस्प कहानी

नक्सलवादी उनका नाम सुनते ही थर-थर कांपने लगते हैं। बॉलीवुड के कलाकार भी उनकी तारीफ करते हैं। यूपीएससी एग्जाम में दो बार नाकामी हाथ लगी, लेकिन आंखों में सपना था कि बड़ा अफसर बनना है इसलिए जी-जान से तैयारी जारी रखी और आखिर में अधिकारी बनीं। ये कहानी तेज तर्रार खूबसूरत महिला आईपीएस अफसर की है जो आज देश के लाखों युवाओं के लिए मिसाल बन चुकी हैं. ये कहानी है आईपीएस अंकिता शर्मा की। आईपीएस अंकिता शर्मा छत्तीसगढ़ कैडर की पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपने साहस और नेतृत्व से एक नई मिसाल कायम की है। अंकिता की कहानी न केवल एक महिला की सफलता की कहानी है, बल्कि यह दिखाती है कि अगर इरादा मजबूत हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

IPS ANKITA SHARMA

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा :

अंकिता शर्मा का जन्म मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री आर.एस. शर्मा है, जो कि सरकारी कर्मचारी रहे हैं। एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली अंकिता ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रायपुर से प्राप्त की। वे बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थीं और उनका झुकाव सिविल सेवा की ओर धीरे-धीरे बढ़ता गया। अंकिता ने MBA (Master of Business Administration) की पढ़ाई पूरी की, लेकिन उनका सपना कुछ बड़ा करने का था। उन्होंने ठान लिया कि वे UPSC परीक्षा देकर भारतीय प्रशासनिक सेवा या पुलिस सेवा में जाएंगी। यही जुनून उन्हें सिविल सर्विसेज की कठिन राह पर ले आया।

यूपीएससी सफर :

UPSC की परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिना जाता है। अंकिता ने पहले दो प्रयासों में सफलता नहीं पाई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने तीसरे प्रयास में न केवल सफलता प्राप्त की बल्कि 203वीं रैंक हासिल कर IPS बनने का सपना भी साकार किया। 2018 बैच की अंकिता को छत्तीसगढ़ कैडर आवंटित किया गया। यह क्षेत्र नक्सलवाद जैसी गंभीर समस्याओं से जूझता है, लेकिन उन्होंने चुनौती को अवसर में बदला। ANKITA SHARMA IPS

प्रोफेशनल जीवन :

अंकिता शर्मा की पहली पोस्टिंग रायपुर में सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP) के रूप में हुई। इसके बाद वे दुर्ग, बस्तर और अन्य नक्सल प्रभावित जिलों में भी सेवाएं दे चुकी हैं। 2021 में उन्हें जगदलपुर का नगर पुलिस अधीक्षक (CSP) नियुक्त किया गया, और यहीं से वे मीडिया और जनता की नजर में एक साहसी और प्रतिबद्ध अधिकारी के रूप में उभर कर आई। नक्सली क्षेत्र में महिलाओं की कम उपस्थिति को उन्होंने चुनौती के रूप में लिया। उन्होंने जंगलों में तलाशी अभियान, शांति मिशन और महिला सुरक्षा जैसे अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में कई सफल ऑपरेशन भी हुए।

प्रेरणा और व्यक्तित्व :

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में अंकिता शर्मा ने नक्सलवाद के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए हैं। उनकी बहादुरी के किस्से देशभर में मशहूर हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन भी उनकी प्रशंसक हैं। अंकिता शर्मा किरण बेदी को अपना रोल मॉडल मानती हैं. अंकिता शर्मा की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणादायी है. आईपीएस अंकिता शर्मा की सोशल मीडिया पर भी काफी अच्छी-खासी फैन फॉलोइंग है। अंकिता की सक्सेस स्टोरी साबित करती है कि लगन और मेहनत से हर मुश्किल काम को आसान बनाया जा सकता है अंकिता शर्मा न केवल एक सख्त पुलिस अधिकारी हैं, बल्कि एक भावुक और संवेदनशील इंसान भी हैं। वे समाज में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने में विश्वास रखती हैं। वे लड़कियों को शिक्षा, आत्मरक्षा और आत्मनिर्भरता की प्रेरणा देती हैं। सोशल मीडिया पर भी वे सक्रिय हैं और अपने कार्यों और विचारों को साझा करती रहती हैं। उनके वीडियो, फोटो और मैसेज लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुके हैं।

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