
कौन हैं Mira Murati जिसने ठुकराया मेटा फाउंडर मार्क जुकेरबर्ग का 1 अरब डॉलर का प्रस्ताव
फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म के सीईओ के फाउंडर मार्क जुकेरबर्ग पिछले काफी समय से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काफी ज्यादा फोकस कर रहे हैं। इसके लिए वह टॉप टैलेंट्स को अपनी नई Superintelligence Lab में लाने के लिए बड़े-बड़े जॉब ऑफर कर रहे हैं। लेकिन इसी बीच फाउंडर को एक बड़ा झटका लगा। बता दें कि मेटा ने Thinking Machines Lab की टीम 1 अरब डॉलर का ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने रिजेक्ट कर दिया। अगर आप नहीं जानते हैं, तो बता दें कि थिंकिंग मशीन्स लैब एक अमेरिकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप है, जिसे ओपनएआई की फॉर्मर चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मीरा मुराती संभाल रही हैं। अब ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि आखिर कौन है मीरा मुराती। चलिए इस लेख में जानते हैं।
कौन हैं मीरा मुराती :
एआई के विकास में अग्रणी मीरा मुराती का जन्म 1988 में अल्बानिया में हुआ था। 16 वर्ष की आयु में मीरा मुराती को ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर द्वीप पर स्थित पियर्सन यूनाइटेड वर्ल्ड कॉलेज ऑफ द पेसिफिक में हाई स्कूल में पढ़ने के लिए छात्रवृत्ति मिली थी। मीरा मुराती के पास दो स्नातक डिग्रियां हैं। कोल्बी कॉलेज से गणित में कला स्नातक और डार्टमाउथ कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग स्नातक किया है। ओपनएआई में शामिल होने से पहले, मुराती ने गोल्डमैन सैक्स, जोडिएक एयरोस्पेस और टेस्ला जैसी अग्रणी कंपनियों में विभिन्न पदों पर कार्य किया। उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, मीरा मुराती साल 2018 में सैम ऑल्टमैन के ओपनएआई में शामिल हुईं है।
मीरा मुराती का करियर :
उन्हें शीघ्र ही ओपनएआई में मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी नियुक्त किया गया तथा उन्हें चैटजीपीटी, डैल·ई, तथा कोडेक्स जैसी प्रमुख परियोजनाओं का नेतृत्व करने का श्रेय दिया जाता है। ये ऐसी टेक्नोलॉजी हैं जिन्होंने दुनिया को बदल दिया है। मीरा मुराती भी तीन दिनों के लिए ओपनएआई की सीईओ बनीं, जब कंपनी में बोर्डरूम विवाद के बाद सैम ऑल्टमैन को पद से हटा दिया गया था। पांच दिन बाद उन्हें फिर से बहाल कर दिया गया, जिसके बाद मुराती ओपनएआई के सीटीओ के रूप में अपनी भूमिका में लौट आईं।
थिंकिंग मशीन्स लैब की शुरूआत :
पिछले साल सितंबर में ओपनएआई से अचानक बाहर निकलने के बाद थिंकिंग मशीन्स की शुरुआत करने वाले मुराती, चैटजीपीटी निर्माता के पूर्व अधिकारियों की बढ़ती सूची में शामिल हैं, जिन्होंने एआई स्टार्टअप शुरू किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार Mira Murati,ओपनएआई की पूर्व CTO रह चुकी हैं, जो अब Thinking Machines Lab की फाउंडर हैं। इस पर उन्होंने बताया कि अब तक उनकी टीम को 200 मिलियन से लेकर 1 बिलियन डॉलर तक के जॉब ऑफर आ चुके हैं। हालांकि टीम में से किसी ने भी मेटा का ऑफर एक्सेप्ट नहीं किया है।