स्वास्थ्य

सिर्फ पुरुष ही नहीं महिलाओं के लिए भी किसी रामबाण से कम नहीं है शतावरी का सेवन, जानिए शतावरी के फायदे और नुकसान

शतावरी के फायदे और नुकसान : वैसे तो आयुर्वेद में कई तरह की जड़ी बूटियों के बारे में जानने और सुनने को मिलता है, लेकिन आज हम एक ऐसी जड़ी बूटी के बारे में बात करने जा रहे है, जिसका इस्तेमाल औषधीय बनाने में किया जाता है। जी हां भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा में शतावरी काफी पुराने समय से प्रसिद्ध है और शतावरी को कई अनगिनत नामों से भी जाना जाता है, जैसे कि रेसमोसस, तावरी और सतावर आदि नामों से जाना जाता है। फिलहाल हम आपको शतावरी के फायदे और नुकसान से रूबरू करवाना चाहते है। बता दे कि शतावरी का इस्तेमाल ज्यादा करके यौन संबंधी मुश्किलों को दूर करने के लिए किया जाता है क्योंकि कुछ रिसर्च के अनुसार यह माना जाता है कि शतावरी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में ज्यादा फायदेमंद होती है। तो चलिए अब आपको शतावरी के फायदे और नुकसान इसके बारे में विस्तार से बताते है।

शतावरी के फायदे और नुकसान : Shatavari Ke Fayde Or Nuksan In Hindi

गौरतलब है कि शतावरी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है और यह लिली परिवार से जुड़ी औषधि मानी जाती है। इसके इलावा शतावरी पौधे के हर भाग का इस्तेमाल औषधीय बनाने में किया जाता है और यह तीन रंगों में पाई जाती है, जिनमें सफेद, हरा और बैंगनी सबसे प्रसिद्ध है। अब अगर हम शतावरी के फायदों की बात करे तो यह स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी है और इसके लाभ कुछ इस प्रकार है।

शुगर में फायदेमंद : बता दे कि जो लोग शुगर से पीड़ित है, उनके लिए यह काफी फायदेमंद है, क्योंकि शतावरी में विटामिन बी 6 होता है जो रक्त शर्करा को नियंत्रित कर सकता है। इसके साथ ही शतावरी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी का गुण होता है और इन गुणों से इंसुलिन में काफी सुधार आता है। इसलिए जो शुगर से पीड़ित है वह शतावरी का इस्तेमाल कर सकते है।

वजन कम करने में फायदेमंद : बता दे कि अगर आप वजन कम करना चाहते है तो शतावरी का इस्तेमाल कर सकते है, क्योंकि कुछ रिसर्च के अनुसार शतावरी वजन कम करने में फायदेमंद है। दरअसल शतावरी में काफी अच्छी मात्रा में फाइबर होता है और यह चर्बी को कम करके वजन को बढ़ने नहीं देता। इसलिए अगर हो सके तो वजन को नियंत्रित करने के लिए शतावरी का इस्तेमाल जरूर करे।

स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है शतावरी :

हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक : इसमें कोई शक नहीं कि हमारे शरीर में हड्डियां बहुत से महत्वपूर्ण कार्य करती है और अगर किसी भी हड्डी में चोट लग जाएं तो काम करना मुश्किल हो जाता है। इसके इलावा उम्र बढ़ने के साथ ही हड्डियां भी कमजोर होती जाती है और इससे व्यक्ति को हड्डियों से जुड़ी कई समस्याएं तथा ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है। हालांकि अगर आप अपने आहार में शतावरी को शामिल करेंगे तो ये समस्या काफी कम होगी, क्योंकि शतावरी में बहुत अधिक मात्रा में कैल्शियम होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाएं रखता है। इसलिए खाने में शतावरी का सेवन जरूर करे।

हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार : बता दे कि हृदय हमारे शरीर का पहला और जरूरी अंग है और इसे स्वस्थ रखने के लिए शतावरी का सेवन जरूर करे। वो इसलिए क्योंकि शतावरी में मौजूद औषधीय गुण होमोसिस्टीन स्तर को कम करने में मदद करते है। बहरहाल होमोसिस्टीन एक अमीनो एसिड होता है, जो हृदय संबंधित समस्या को बढ़ा सकता है। इसलिए हृदय से संबंधित  समस्या को कम करने के लिए शतावरी का इस्तेमाल जरूर करे।

पाचन के लिए फायदेमंद : बता दे कि शतावरी में दही की तरह ही प्रोबायोटिक का गुण होता है जो पाचन को स्वस्थ बनाएं रखने में मदद करता है। जी हां शतावरी में मौजूद घटक भोजन के पोषक तत्व को अवशोषित करने में मदद करता है और इसमें मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या नहीं होने देता। इसलिए अगर आप पाचन तंत्र की समस्या से परेशान है तो शतावरी के चूर्ण का इस्तेमाल जरूर करे। बता दे कि ये तो शतावरी के फायदे थे, पर अब हम आपको इसके नुकसान के बारे में भी बताना चाहते है।

बढ़ाए शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता : शतावरी एक एंटी-ऑक्सीडेंट है, जिसका सेवन करने से इम्युन सिस्टम मजबूत होता है और उनका शरीर बीमारियों से बचा रहता है। शतावरी बॉडी में एक प्रोटेक्शन शील्ड की तरह काम करती है।

गर्भावस्था और प्रसव के बाद है लाभदायक : शतावरी गर्भावस्था में महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी है। यह महिलाओं को कसीव करने में मदद करने के साथ-साथ और भी कई फायदे देता है। इसमें अधिक मात्रा में फोलेट पाया जाता है जो गर्भावस्था में महिलाओं के लिए जरुरी होता है। यह गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क से लेकर उसके अंगों के विकास में मददगार है। शतावरी का सेवन मां के दूध को बढ़ाने में भी मदद करता है इससे उसके बच्चे को दूध की कोई कमी महसूस नहीं होती है।

ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हो सकते है ये नुकसान :

गौरतलब है कि शतावरी का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से सांस लेने में कठिनाई और त्वचा पर दाने या चकते हो सकते है। इसके इलावा शतावरी को अधिक मात्रा में लेने से चक्कर आना, आंखों और त्वचा में खुजली की समस्या भी हो सकती है। यहां तक कि कुछ लोग ऐसे भी होते है, जिनको शतावरी से एलर्जी होती है, इसलिए उन लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए। बहरहाल अगर आपको दस्त की समस्या है तो आपको शतावरी का सेवन नहीं करना चाहिए।

बता दे कि जिन लोगों को गुर्दे की पथरी है, उन्हें शतावरी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि शतावरी गुर्दे की समस्या को बढ़ा सकती है। यहां गौर करने वाली बात ये है कि अगर आपको शतावरी के इस्तेमाल से स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार की समस्या हो तो फौरन डॉक्टर या चिकित्सक से संपर्क करे। अब यूं तो शतावरी के फायदे और नुकसान दोनों ही हम आपको बता चुके है, लेकिन अगर आप इसका सही मात्रा में सेवन करेंगे तो इससे आपको केवल फायदा ही होगा।

Disclaimer : विभिन्स माध्यमों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं। Indian News Room इसके लिए जिम्मेदार नहीं है और न ही इसकी सत्यता और प्रमाणिकता का दावा करता है। कोई भी उपाय करने से पहले चिकित्सक से सलाह जरूर लें।

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