
सावन में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है आपको यह भी भली भांति पता होगा कि सावन में सोमवार के दिन भगवान शिव के मंदिर में अथाह भीड़ उमड़ती है और सभी लोग इस दिन अपनी इच्छा पूर्ति के लिए भगवान शिव के मंदिर में जाते है। इस दिन मंगला गौरी का व्रत करना भी किया जाता है और ऐसे में शिवरात्रि पर इसका पडना बहुत अधिक फलदाई होता है। इस दिन लोग भगवान शिव का गंगाजल से जलाभिषेक करते हैं और अपने सभी कष्टों को लेकर भगवान शिव से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करते है और इस दिन भगवान शिव की भक्ति करने से उनकी मनोकामनाएं जल्दी पूर्ण होती है।
कष्टों को हरने वाले :
देव महादेव इस दिन अपने भक्तों पर विशेष कृपा बनाए रखते है और जो भी इस दिन इनकी मन से पूजा करता है उनकी इच्छा जरूर पूरी होती है। आज हम आपको एक विशेष मंत्र बता रहे हैं जिसको आप भगवान शिव की पूजा करते समय 7 बार दोहराएं यह आपके लिए विशेष फलदाई होगा।
जिन लोगों को संतान का सुख और नौकरी नहीं मिल पा रही या फिर उनके जीवन में धरा धरा की समस्या आ रही है तो वे सावन के शिवरात्रि के दिन भगवान शिव के मंदिर में जा कर पूजा अर्चना अवश्य करें क्योंकि इस दिन पूजा अर्चना करने से भगवान शिव अपने भक्तों के सभी कष्टों को हर लेते है।
जब भी आप भगवान शिव की पूजा करने के लिए मंदिर में जाएं तो एक लोटे में शक्कर मिले हुए पानी के साथ दो चम्मच दूध अवश्य डालें और इस जल से उनका जलाभिषेक करें। शिवलिंग पर दूध डाले हुए डालते जाएं और ॐ नमः शिवाय का जाप करते रहें।
संतान सुख की प्राप्ति के लिए :
संतान सुख की प्राप्ति के लिए भी आप भगवान शिव से प्रार्थना कर सकते है। अगर आप संतान सुख चाहते हैं तो पति और पत्नी दोनों साथ मिलकर ॐ नमः शिवाय मंत्र के साथ भगवान शिव के मंदिर में पूजा अर्चना के साथ साथ उनको पुष्प जरूर भेंट करें यह उनके लिए फलदाई रहेगा।
अगर किसी का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता तो आप एक लोटे में जल भर ले और भरे हुए जल के लोटे से बीमार व्यक्ति के सिर से 5 बार लौटे को घुमा ले और उस जल को शिवलिंग पर चढ़ा दें ऐसा करने से काफी हद तक उस व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार आता है।