
बच्चों की सेहत के लिए फायदेमंद है हरड़ का सेवन, पाचन और इम्युनिटी के लिए है रामबाण
बच्चों की सेहत के लिए कई आयुर्वेदिक औषधियां भी फायदेमंद मानी जाती हैं, जिनमें हरड़ का नाम भी शामिल है। आयुर्वेद के मुताबिक, हरड़ को सेहत के लिए दूसरी मां का दर्जा भी दिया जाता है। इसके सेवन से कई स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिलती है। बड़ों के मुकाबले बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। इसलिए बच्चे जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। मौसम में बदलाव आने पर भी बच्चों की सेहत पर सबसे पहले असर नजर आता है। ऐसे में बच्चों की डाइट पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है, जिससे इम्यूनिटी बनी रहें।
छाती से बलगम निकलता है :
बच्चों को खांसी-जुकाम की समस्या जल्दी हो जाती है। ऐसे में छाती में बलगम जमा हो जाता है, जिसे पिघलने में समय लग सकता है। लेकिन हरड़ के सेवन से छाती से बलगम निकलता है। इसका सेवन रोज करने से बलगम और जुकाम से राहत मिलती है।
पेट की गैस से राहत मिलती है :
कई बच्चों को पेट में गैस बनने की समस्या भी ज्यादा रहती है। इसका कारण होता है पाचन तंत्र कमजोर होना। अगर बच्चे के पेट में गैस अटक गई है, तो ऐसे में हरड़ रामबाण साबित हो सकती है। इसके सेवन से आंतों की सफाई होती है और पेट में अटकी गैस भी निकल जाती है।
इम्यूनिटी बूस्ट होती है :
बच्चों की इम्यूनिटी बड़ों के मुकाबले कमजोर होती है। इसलिए बच्चे बीमार भी जल्दी हो जाते हैं। लेकिन हरड़ का सेवन करने से बच्चों की इम्यूनिटी बूस्ट होती है। इससे वायरल-इंफेक्शन जैसी समस्याओं का खतरा भी कम होता है।
पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है :
अगर बच्चे को कब्ज, पेट दर्द या अपच जैसी समस्याएं रहती हैं, तो बच्चों की डाइट में हरड़ जरूर शामिल करें। इसके सेवन से पाचन संबंधित समस्याओं से राहत मिलती है और पाचन क्रिया तेज होती है।
हरड़ बच्चों की भूख को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे वे नियमित रूप से खाना खाते हैं। हरड़ बच्चों के लिए एक बहुत ही फायदेमंद औषधि है। यह पाचन को बेहतर बनाने, इम्यूनिटी बढ़ाने, खांसी-जुकाम से राहत दिलाने और पेट की गैस से राहत देने में मदद करती है। इसलिए, बच्चों को हरड़ का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए, लेकिन डॉक्टर की सलाह के साथ।