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Chandrayaan 2 : कैसे चंद्रयान 2 के सफल होने की उम्‍मीद अचानक तनाव और गम में बदल गई

Chandrayaan 2 : जैसे ही सबको ये पता चला की विक्रम से हमारा संपर्क टूट चला है तो तो सब और मायूसी छा गयी मिशन चंद्रयान 2 का लैंडर ‘बिक्रम’ का संपर्क टूटने से चंद्रयान के मिशन में लगे इसरो (The Indian Space Research Organisation) के वैज्ञानिक और देश के नागरिकों में मायूसी छा गयी है। हालांकि इस बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि चंद्रयान 2 के मिशन को पूरी तरह से असफल कहना सरासर गलत होगा। क्यूंकि इतनी दूरी तय करने के बाद मात्र 2 किमी की दूर पर उनका पूरा मिशन अटक गया । भारत का महत्‍वाकांक्षी चंद्रयान मिशन शुक्रवार को देर रात मुश्किल में फंस गया और चांद की ओर बढ़ा लैंडर बिक्रम चांद की सतह से 2.1 किमी पहले ही संपर्क टूट गया। जैसे ही वैज्ञानिको को इस बात का पता चला उनका उल्हास एक दम मायूसी में छा गया।

वैज्ञानको का कहना है की इससे पहले तक सबकुछ योजना के मुताबिक चल रहा था। उन्हें इस बात का बिलकुल की अंदेशा नहीं की लास्ट टाइम पर ऐसा होगा । इस बात की खबर से पहले सारे वैज्ञानिक बहुत खुश थे। लेकिन जैसे ही बिक्रम लैंडर से संपर्क टूटा वैज्ञानिकों में तनाव और चिंता का बढ़ गया। सालो की मेहनत पर पर लास्ट टाइम में विफल हुए इस मिशन ने उनके सपनो को एक मिनट में चकनचूर कर दिया।

क्‍या वैज्ञानिकों में बढ़ गया था तनाव का स्‍तर  Chandrayaan 2 :

Chandrayaan 2

वैज्ञानिक काफी महीनो से इस मिशन के ऊपर काम कर रहे थे। पिछले कुछ महीनों से मिशन चंद्रयान-2 की सफलता के लिए काम कर रहे वैज्ञानिको में इस मिशन को लेकर काफी उत्साह दिखाई दे रहा था। मगर, जब बिक्रम के लैंड होने का समय आया तो अचानक संपर्क टूट गया। बात हैं जब हम किसी चीज़ को लेकर काफी मेहनत करते है और वो लास्ट टाइम पर जाकर विफल हो जाती है तो हमे बहुत दुःख होता है। और यही दुःख होना ISRO के वैज्ञानिको का होना लाजमी है।
ऐसी स्थिति में हमे वैज्ञानि को का हौसला जरूर बढ़ाना चाहिए। ताकि उनको आगे काम करने के लिए प्रोत्साहन मिले। जब भी कोई मनुष्य ऐसी दुखद स्थिति से गुजरता हैं तो उसको इस स्थिति को झेलने के लिए कुछ देर दी गयी सांत्वना हर चीज से से बढ़कर होती है। ऐसी ही दुखद स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों पर भरोसा रखते हुए उनके संकल्‍प को और मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया है।

इसरो चीफ के साथ प्रधानमंत्री मोदी भी हुए भावुक Chandrayaan 2 :

Chandrayaan 2

जैसा ली आप सभी जानते है की चंद्रयान 2 के लैंडर बिक्रम का शुक्रवार रात चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। इस दुखद स्थिति के बाद पीएम मोदी शनिवार की सुबह देश को संबोधित करने इसरो सेंटर पहुंचे, जहाँ पर वे ISRO चीफ से मिले। वहां पहुंचकर उन्होंने वैज्ञानिकों का न सिर्फ हौसला बढ़ाया बल्कि उन्होंने कहा कि “मैं आपके साथ हूं और पूरा देश आपके साथ है” प्रधानमंत्री मोदी ने जब बेंगलुरु के स्पेस सेंटर से बाहर निकल रहे थे तो इसरो चीफ को गले लगाया लगा लिया और इस दौरान काफी भावुक दिखयी दिए। इस तरह मोदी का भावुक होना काफी काम बार देखा गया है और उनका इस तरह भावुक होना लाजमी है। इस बात को देखकर पता चलता है की मोदी कितने नरम दिल इंसान है और उनका इस तरह भावुक होना उनके देश प्रेम को दिखाता है।

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